"शायरी" "शायरी"
तुझको पाया मैंने, मेरे कर्मों के फल कुछ अधूरे से पल कुछ पूरे से पल....। तुझको पाया मैंने, मेरे कर्मों के फल कुछ अधूरे से पल कुछ पूरे से पल....।
हर एक वो गलियारों में सुनहरी यादों की कारवां गुजरती जाएगी। हर एक वो गलियारों में सुनहरी यादों की कारवां गुजरती जाएगी।
बाते भी नहीं की तुझसे दिल की तो फिर भी क्यों तेरी आने वाली खामोशी से डरती हूं बाते भी नहीं की तुझसे दिल की तो फिर भी क्यों तेरी आने वाली खामोशी से डरती हूं
लगा की जाने से पहले कुछ सपने सपने रह गए लगा की जाने से पहले कुछ सपने सपने रह गए
मेरी बातों की चाय, यादों की नमकीन, और स्वागत में मेरी मुस्कान, आओगे ना। मेरी बातों की चाय, यादों की नमकीन, और स्वागत में मेरी मुस्कान, आओगे ना।